हिमाचल में खराब मौसम ने 45 दिन में ली 205 लोगों की जान, 7 लापता, करोड़ाें का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में पिछले डेढ़ महीने में मानसून के मौसम में कम से कम 205 लोगों की जान चली गई और सात लापता हो गए. राज्य के आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने गुरुवार को ये जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहा कि 29 जून से राज्य को सड़कों, पानी की लाइनों और बिजली व्यवस्था के क्षतिग्रस्त होने के कारण कुल 1,014.08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
उन्होंने बताया कि मानसून के इस मौसम में 29 जून से 16 अगस्त तक 35 दुर्घटनाओं में कम से कम 103 लोगों की जान चली गई, और पेड़ तथा चट्टान गिरने की कई घटनाओं में 33 लोग मारे गए. मोख्ता ने कहा कि छह घटनाओं में 25 लोग डूब गए, भूस्खलन की 48 घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और इस अवधि के दौरान अचानक बाढ़ आने की 51 घटनाएं हुईं जिनमें तीन लोगों की जान चली गई. उन्होंने बताया कि इसके अलावा, राज्य के विभिन्न हिस्सों में मानसून से संबंधित घटनाओं में 120 जानवर भी मारे गए, 95 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए और 335 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा.
वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है. राज्य के कई इलाकों में तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 19 से 21 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट है. पूरे प्रदेश में 24 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग के अनुसार शिमला समेत कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. बारिश होने की स्थिति में पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन हो सकता है. ऐसे में लोगों को स्थानीय प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी कर दी गई है. लोगों को बारिश और भूस्खलन को लेकर जारी की गई एडवाइजरी का पालन करने को कहा गया है.