इस बार घूमिये हिमाचल प्रदेश स्थित कसौली, जानिये यहां के संबंध में पौराणिक कथा

कसौली हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित हिल स्टेशन है. यहां देश के कोने-कोने से सैलानी आते हैं. अगर आपने अभी तक कसौली नहीं देखा तो इस बार यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं. यह हिल स्टेशन बेहद सुंदर है.

कसौली हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित हिल स्टेशन है. यहां देश के कोने-कोने से सैलानी आते हैं. अगर आपने अभी तक कसौली नहीं देखा तो इस बार यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं. यह हिल स्टेशन बेहद सुंदर है. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती सैलानियों के मन को मोह लेती है. यह कहा जाता है कि यहां सालभर फूल खिलने का कारण इस कसौली कहा गया. ऐसी लोक मान्यता है कि सालभर पुष्प खिलने के कारण इस जगह को कुसमावली या कुसमाली कहा जाता था जो धीरे-धीरे कसौली हो गया.

यह भी कहा जाता है कि पहले इस गांव का नाम कसुल था जो धीरे-धीरे कसौली हो गया. धीरे-धीरे यह हिल स्टेशन के तौर पर विकसित हो गया. 1841 में यहां ब्रिटिश अधिकारी हेनरी लॉरेंस की बच्ची का मलेरिया से निधन हो गया था जिसे यहीं दफनाया गया. यहां हेनरी ने अपनी बच्ची की याद में एक झोपड़ी बनाई थी जिसका नाम’सनीसाइड’ रखा गया. धीरे-धीरे यह जगह हिल स्टेशन के तौर पर विकसित हो गई. उन्होंने ही कसौली में स्कूल बनवाया. ऐसे में इस हिल स्टेशन की खोज का श्रेय हेनरी को ही जाता है. वैसे यहां की पौराणिक मान्यता काफी पुरानी है. पौराणिक मान्यता है कि लक्ष्मण जी के मूर्छित होने पर हनुमान जी जब संजीवनी बूटी लेने हिमालय जा रहे थे तो उन्होंने यहां स्थित पहाड़ी पर अपना दाया पांव टिकाया था. जहां अब मंदिर है.

प्रकृति के बीच में बसा यह हिल स्टेशन अपने अनुपम सौंदर्य और वादियों के लिए प्रसिद्ध है. पर्यटक यहां कई खूबसूरत जगहों की सैर कर सकते हैं. वैसे तो हिमाचल प्रदेश में छोटे-बड़े कई हिल स्टेशन और टूरिस्ट प्लेसिस हैं, लेकिन कसौली की अलग ही बात है. कसौली में आप खूबसूरत वादियां, झरने और पर्वत देख सकते हैं. दिल्ली से कसौली की दूरी 300 किलोमीटर है. जिसे आप सात या आठ घंटे में तय कर सकते हैं. सबसे खास बात है कि कसौली से आप दो दिन का टूर बनाकर लौट सकते हैं. यहां घूमने, रहने और खाने में आपका ज्यादा पैसा भी नहीं लगेगा.

कसौली में इन जगहों पर घूम सकते हैं आप

– टिम्बर ट्रेल

-गिल्बर्ट नेचर ट्रेल

– टॉय ट्रेन की यात्रा

-सनसेट पॉइंट कसौली

-मंकी पॉइंट

– माल रोड

-श्री गुरुनानक गुरुद्वारा

-गोरखा का किला

-कसौली का चर्च

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