एक्सरसाइज करने से दिल की बेतरतीब गति वाली बीमारी भी ठीक हो जाती है रिसर्च
शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ्य रखने के लिए एक्सरसाइज (Exercise) या व्यायाम से बढ़कर कुछ भी नहीं है. लेकिन एक्सरसाइज सिर्फ शरीर को स्वस्थ्य ही नहीं रखती बल्कि यह कई बीमारियों को भी शरीर से दूर भगाती है. हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि छह महीने तक एक्सरसाइज करने से दिल की धड़कन संबंधी बीमारी (Atrial fibrillation) को भी खत्म किया जा सकता है या इसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है. कई लोगों में धड़कन तुरंत में बहुत तेज हो जाती है तो कभी बहुत धीमी हो जाती है. लेकिन अगर नियमित रूप से छह महीने तक एक्सरसाइज किया जाए तो दिल की धड़कन सामान्य होने लगेगी. यानी इसकी गति एकदम नॉर्मल हो जाएगी. यह रिसर्च यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (European Society of Cardiology) के वैज्ञानिकों ने किया है.
दिल की धड़कन तेज करता है एएफ
एट्रियल फाइब्रिलेशन (Atrial fibrillation-AF) हृदय गति संबंधी एक बीमारी है जिसमें दिल की धड़कन बहुत तेज और अनियमित हो जाती है. इसके सामान्य लक्षण धकधकी, सांस की गति में कमी आना, सांस लेने में तकलीफ होना, थकान और चक्कर आना आदि है. यह बीमारी जीवन की गुणवत्ता को नाटकीय रूप से प्रभावित करती है. इसमें मरीज को स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर का जोखिम रहता है. एएफ बीमार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. विश्व में करीब तीन करोड़ लोग एएफ के शिकार हैं. 55 साल से ज्यादा उम्र के तीन में से एक मरीजों पर जीवन भर के लिए यह खतरा मंडराता रहता है.
जटिल चिकित्सा की जरूरत नहीं
रिसर्च के शोधकर्ता यूनिवर्सिटी ऑफ एडिलेड के डॉ एड्रियन एलिएट (Dr. Adrian Elliott) ने बताया कि ACTIVE-AF के परीक्षणों से यह पता चला कि कुछ मरीजों को अपने दिल की लय सामान्य रखने के लिए बहुत ज्यादा दवाओं या जटिल चिकित्सा आदि की जरूरत नहीं है. इसके लिए शारीरिक गतिविधियों में ही सक्रियता लाकर सही किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि एक्सरसाइज आधारित स्वास्थ्य लाभ इस बीमारी में ज्यादा लाभदायक है. इससे पहले हृदय की धमनी में रुकावट होने या हार्ट फेल्योर की बीमारी में एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती थी लेकिन पहली बार यह साबित हुआ है कि एएफ बीमारी में एक्सरसाइज बहुत ज्यादा कारगर है.