नए साल के जश्न के लिए पहाड़ों की रानी में भीड़ बढ़ी, शिमला में रोजाना लग रहा जाम
इन दिनों हर रोज सैलानियों की हजारों गाड़ियां शिमला पहुंच रही हैं और यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. वहीं, दूसरी ओर कोविड-19 और कोरोना के नए वेरिंएट ओमिक्रॉन (Omicron variant) के बढ़ते मामले सरकार की टेंशन बढ़ा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla News) में पर्यटकों (Tourists)की आमद में बढ़ोतरी हो रही है. इन दिनों न्यू ईयर सेलिब्रेशन (New Year 2022 Celebration) के लिए हजारों की संख्या में सैलानी पहाड़ों की रानी शिमला पहुंचे रहे हैं.
वहीं, हर रोज सैलानियों की हजारों गाड़ियां शिमला पहुंचने से शहर में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. इस वजह से हर रोज शहर में लंबा-लंबा जाम लग रहा है. इससे न केवल टूरिस्ट बल्कि स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
यातायात और अन्य व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस ने तीन अतिरिक्त रिजर्व फोर्स लगाई हैं, लेकिन वो भी नाकाफी साबित हो रही हैं.
पुलिस का अनुमान है कि 31 दिसंबर वाले दिन संख्या और ज्यादा बढ़ जाएगी जिसको देखते हुए चार और अतिरिक्त रिजर्व फोर्स लगाई जाएंगी. सामान्य दिनों के दौरान लगने वाली ट्रैफिक ड्यूटी के अलावा 160 से ज्यादा जवान शहर में विभिन्न स्थानों पर तैनात किए जाएंगे.
शिमला के डीएसपी कमल वर्मा का कहना है कि पुलिस ने पर्याप्त इतंजाम कर लिए हैं. सैलानियों की पूरी मदद की जाएगी, लेकिन यहां पर आने वाले हर व्यक्ति को कोविड नियमों की पालना करनी होगी. एक जिम्मेदार नागरिक और सैलानी की भूमिका का निर्वहन करना होगा.
इसके अलावा शिमला रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक जोगिंदर सिंह ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पर्यटक कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करें. यह व्यापार के लिए एक अच्छा समय है और शिमला में 10 जनवरी तक पूर्ण व्यस्तता रहने का अनुमान है.
प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों की तरह राजधानी शिमला में भी अधिकतर होटलों एडवांस बुकिंग हो गई है. 90 फीसदी से ज्यादा होटल पैक हैं. जबकि 31 दिसंबर के दिन ये 100 फीसदी तक पहुंच जाएंगी. ऐसे में जो टूरिस्ट बिना बुकिंग के शिमला पहुंच रहा है, उसे यहां पर ठहरने में परेशानी हो सकती है. शिमला के आसपास के स्थानों पर होटलों के अलावा हो स्टे और गेस्ट हॉउस भी पैक होना शुरू हो गए हैं.