पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर धर्मशाला में गरजे कर्मचारी, CM के समक्ष रखी मांग

मांग की कि अगर सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू नहीं किया जा रहा तो विधायकों और सांसदों की पेंशन भी बंद की जाए. सरकार के खिलाफ इस धरने में माकपा विधायक राकेश सिंघा और पूर्व सांसद डॉ. राजन

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter Session of Assembly) चल रहा है. सत्र के दूसरे दिन पुरानी पेंशन (Old Pension) बहाली का मांग को लेकर प्रदेशभर से आए हजारों कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. न्यू पेंशन कर्मचारी महासंघ के बैनर तले हजारों सरकारी कर्मचारियों ने शनिवार सुबह डीसी ऑफिस से दाड़ी मैदान तक विशाल रैली निकाली. रैली के बाद मैदान में जनसभा की.

रैली के दौरान एक कर्मचारी ने एलान किया अगर सरकार पुरानी पेंशन को बहाल नहीं करती तो रिटायरमेंट से ठीक पहले अपनी जान दें देंगे. उन्होंने दलील दी कि मौजूदा सैलरी से केवल दो वक्त की रोटी और अन्य खर्चे पूरे हो रहे हैं. सेवा निवृति के बाद परिवार का पालन पोषण मुश्किल हो जाएगा, उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के परिवार को लाभ मिलता है. इसी के चलते कदम उठाने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि सरकार हजारों कर्मचारियों की इस मांग को पूरा कर लेती है तो इसकी जरूरत नहीं पड़ती.

रैली के दौरान महासंघ के नेताओं ने जबरदस्त हमले किए. उन्होंने मांग की कि अगर सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू नहीं किया जा रहा तो विधायकों और सांसदों की पेंशन भी बंद की जाए. सरकार के खिलाफ इस धरने में माकपा विधायक राकेश सिंघा और पूर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत भी शामिल हुए. दोनों ने सरकार पर जमकर निशाने साधे.

इस दौरान न्यू पेंशन स्कीम एम्प्लाइज एसोसिएशन एनपीएसईए के एक प्रतिनिधिमंडल ने तपोवन में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से उन्हें पुरानी पेंशन स्कीम के अन्तर्गत कवर करने की मांग की. सीएम ने इस मामले और उनकी शिकायतों की समयबद्ध सुनवाई के लिए एक कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया.


Recently Posted